Grid Computing नेटवर्क आधारित कंप्यूटिंग हैं जो किसी Network या Server के माध्यम से डेटा का उपयोग करने की अनुमति प्रदान करती हैं। पिछली पोस्ट में आपने Cloud Computing के संबंध में जाना था जो इंटरनेट के माध्यम से आपको स्टोरेज स्पेस प्रोवाइड करने का कार्य करती हैं। जिसका उपयोग आप ऑनलाइन डेटा स्टोर करने के लिए कर सकते हैं।
ग्रिड कंप्यूटिंग क्लाउड कंप्यूटिंग का ही एक भाग हैं। जिसमें अनेकों कम्प्यूटरों को एक नेटवर्क की सहायता से आपस में कनेक्ट कर दिया जाता हैं। जिससे सभी कंप्यूटर में मौजूद डेटा एवं संसाधनों का उपयोग किसी एक बड़े टास्क को पूरा करने के लिए किया जा सकें।

सामान्य शब्दों में कहें तो अनेकों प्रकार के डेटा या सॉफ्टवेयर का उपयोग अनेकों कम्प्यूटरों के माध्यम से कर किसी डिजिटल कार्य को पूरा करना ही ग्रिड कंप्यूटिंग का उदाहरण हैं। तो दोस्तों चलिए आज डिटेल में और सरल शब्दों में समझते हैं कि ग्रिड कंप्यूटिंग क्या हैं? What is Grid Computing in Hindi
ग्रिड कंप्यूटिंग क्या हैं? – What is Grid Computing in Hindi
ग्रिड कंप्यूटिंग कंप्यूटर के माध्यम से किए जाने वाले कार्यों का वितरण हैं। जिसमें अनेकों स्थानों पर मौजूद कम्प्यूटरों के समूहों एवं संसाधनों (Server, Network, Storage, Information) का उपयोग किसी एक कार्य या लक्ष्य को पूरा करने के लिए किया जाता हैं।
सामान्य शब्दों में कहें तो एक नेटवर्क के माध्यम से दो या दो से अधिक कम्प्यूटरों को कनेक्ट कर कार्यों को पूरा करना ग्रिड कंप्यूटिंग प्रणाली को दर्शाता हैं। उदाहरण के तौर पर हम इसे समझें तो इंटरनेट जो कि एक सबसे बड़ा नेटवर्क हैं। यह पूरे विश्व के कम्प्यूटरों को आपस मे जोड़े रखता हैं।
इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त की गई सूचना भी किसी न किसी कंप्यूटर (सर्वर) में स्टोर होती हैं। इसके उपयोग से आप दूर रखें किसी कंप्यूटर के डेटा को एक्सेस कर लेते हैं। यह grid computing का एक उत्तम उदाहरण हैं।
ग्रिड कंप्यूटिंग की मुख्य विशेषता यह हैं कि इसमें प्रत्येक कंप्यूटिंग कार्यों को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित कर दिया जाता हैं और Execution के लिए उपलब्ध कंप्यूटिंग संसाधनों में वितरित किया जाता हैं।
ग्रिड कंप्यूटिंग के प्रकार – Types of Grid Computing
ग्रिड कंप्यूटिंग को मुख्यतः 2 भागों में विभाजित किया जाता हैं- Compute Grid और Data Grid
1. Computational Grid (Compute Grid) – कंप्यूट ग्रिड आपको एक गणना लेने की अनुमति देता हैं। यह वैकल्पिक रूप से इसे कई भागो में विभाजित कर देता हैं और समानांतर मे अनेकों ग्रिड नोड्स पर उन्हें Execution करता हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह हैं कि यह आपकी गणना को तीव्र गति से प्रदर्शित करेगा क्योंकि यह समानांतर में सभी ग्रिड नोट्स से संसाधनों का उपयोग कर सकता हैं। कंप्यूट ग्रिड के उदाहरण- GridGain, JPPF (Open Source)
2. Data Grid – डेटा ग्रिड डेटा खोजने, डेटा भंडारण, डेटा हैंडलिंग, डेटा प्रकाशन और डेटा की बड़ी मात्रा में हेरफेर करने के लिए एक उपयोग प्लेटफार्म प्रदान करता हैं। जो वास्तव में विभिन्न विषम डेटाबेस और फ़ाइल सिस्टम में स्टोर होता हैं। डेटा ग्रिड के मुख्य उदाहरण – JBossCache, EhCache
Grid Computing के Components
ग्रिड कंप्यूटिंग के घटकों में उन कंप्यूटर के पार्ट्स को सम्मिलित किया जाता हैं। जिनकी सहायता से सभी उपकरणों के इन संसाधनों या घटकों का उपयोग कर किसी एक कार्य को पूरा किया जाता हैं। ग्रिड कंप्यूटिंग के घटकों को हम इस प्रकार समझ सकते हैं-
1. CPU – सीपीयू Motherboard के केंद्र में स्थित होता हैं जिस कारण इसे Central Processing Unit (CPU) कहा जाता हैं। सीपीयू को कंप्यूटर का दिमाग भी कहा जाता हैं। यह कंप्यूटर के ALU (Arithmetic and Logic Unit), CU (Control Unit) और Memory के कार्यों को पूरा करता हैं।
ग्रिड कंप्यूटर के अंतर्गत किसी एक बड़े कार्य को करने के लिए अनेकों कम्प्यूटरों के सीपीयू का उपयोग एक साथ किया जाता हैं जो कि एक नेटवर्क के माध्यम से आपस में जुड़े होते हैं।
2. Memory – इसके अंतर्गत नेटवर्क का उपयोग कर अनेकों कंप्यूटरों की कंप्यूटर मेमोरी (RAM, ROM) का उपयोग किसी एक टास्क को पूरा करने के लिए किया जाता हैं। जिससे अनेकों कंप्यूटर में मौजूद सूचनाओं तक आसानी से पहुँचा जा सकें।
3. Storage – यहाँ पर स्टोरेज का उपयोग ऑनलाइन डेटा देखने या स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। इसके लिए कंप्यूटर द्वारा Server या Network का उपयोग किया जाता हैं। सामान्यतः इसके अंतर्गत डेटा ऑनलाइन रूप से स्टोर किया एवं देखा जा सकता हैं।
4. Software – सॉफ्टवेयर ग्रिड कंप्यूटिंग का एक मुख्य घटक हैं जिसकी सहायता से ग्रिड कंप्यूटिंग के कार्यों को पूरी तरह नियंत्रित किया जाता हैं। इसी के सहायता से कंप्यूटर संसाधनों का उपयोग उचित रूप से किया जाता हैं। इसके माध्यम से Process को आसानी से देखा जा सकता हैं।
5. Server – ग्रिड कंप्यूटिंग के उद्देश्यों को पूरा करने में सर्वर या नेटवर्क अपनी अहम भूमिका निभाते हैं, क्योंकि इन्ही के सहायता से दो या दो से अधिक कम्प्यूटरों को आपस में जोड़ा जाता हैं। जिससे दूर रखें कंप्यूटर के संसाधनों का उपयोग किया जा सकें।
Grid Computing vs Cloud Computing in Hindi
Grid Computing | Cloud Computing |
● इसके अंतर्गत एक यूजर को एक से अधिक सर्वर का उपयोग करने की अनुमति होती हैं। | ● इसके अंतर्गत एक सर्वर को एक साथ अनेकों कार्य एवं सेवाएं प्रदान करने की अनुमति प्राप्त होती हैं। |
● ग्रिड कंप्यूटिंग का उपयोग सीमित समय के लिए एवं सामान्यतः व्यवसाय के अंतर्गत किया जाता हैं। यह Application Oriented पर कार्य करती हैं। | ● क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग लंबे समय तक किए जाने वाले कार्यों के लिए उपयुक्त होता हैं। यह Server Oriented पर कार्य करती हैं। |
● यह Single Application पर कार्य करती हैं। | ● यह Multiple Services पर कार्य करती हैं। |
● इसमें अनेकों कंप्यूटिंग का कार्य एक एप्लीकेशन की सहायता से किया जाता हैं। | ● क्लाउड कंप्यूटिंग On-demand सेवाएं मुहैया कराती हैं। |
● ग्रिड कंप्यूटिंग के अंतर्गत डेटा और कंप्यूटिंग संसाधनों का Virtualization होता हैं। | ● क्लाउड कंप्यूटिंग में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और स्टोरेज प्लेटफार्म का Virtualization होता हैं। |
● Example: GridGain, JPPF, JBossCache, EhCache | ● Example: Google Drive, iCloud, One Drive , Google Docs आदि। |
ग्रिड कंप्यूटिंग के फायदे – Advantages of Grid Computing in Hindi
1. इसके माध्यम से सीपीयू क्षमता का पूर्ण उपयोग किया जा सकता हैं।
2. इसके माध्यम से किसी बड़े कार्य को आसानी से अधिक संसाधनों के साथ पूरा किया जा सकता हैं।
3. यह जटिल डिजिटल कार्यों में सरलता लाने का कार्य करती हैं।
4. यह डिजिटल कार्य करने का एक सस्ता और किफायती तरीका हैं।
5. इस प्रकार की कंप्यूटिंग को ऑपरेट करना बेहद सरल हैं।
6. इसके उपयोग के लिए यूजर को अलग से भुगतान करने की कोई आवश्यकता नहीं होती।
ग्रिड कंप्यूटिंग के नुकसान – Disadvantages of Grid Computing in Hindi
1. यह प्रणाली अभी पूर्ण तरह से विकसित नहीं हैं। इसके सॉफ्टवेयर के विकास में अधिक तकनीकी एवं आधुनिकता की आवश्यकता है।
2. इसकी सहायता से सभी कार्यों को पूरा नहीं किया जा सकता।
3. इसकी सहायता से संसाधनों को एक्सेस करने में अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ सकता हैं।
4. कंप्यूटर संसाधनों के मध्य धीमी प्रक्रिया से कम्यूनिकेट होना इसकी मुख्य दुर्बलता हैं।
5. कई कार्यों को पूरा करने के लिए हमें इसमें SMP सर्वर की आवश्यकता होती हैं।
संक्षेप में – Conclusion
ग्रिड कंप्यूटिंग किसी बड़े कार्य को पूरा करने के लिए अनेकों संसाधनों के उपयोग की प्रणाली हैं। इसके अंतर्गत सर्वर और अनेकों स्टोरेज एलिमेंट्स जैसे कंप्यूटर संसाधनों का उपयोग किया जाता हैं। इसके अंतर्गत यूजर ग्रिड कंप्यूटिंग का उपयोग कर किसी कार्य को करने के लिए अनेकों प्रोसेसर, स्टोरेज एवं डेटा एप्लीकेशन जैसे संसाधनों का उपयोग कर सकता हैं।
तो दोस्तों आज आपने हमारी इस पोस्ट के माध्यम से सरल शब्दों में जाना कि ग्रिड कंप्यूटिंग क्या हैं? (What is Grid Computing in Hindi) हम आशा करते हैं कि इस पोस्ट के माध्यम से हम यह टॉपिक समझाने में सफल रहे हों। इस पोस्ट के संबंधित अपने विचार व्यक्त करने के लिए कमेंट बॉक्स का उपयोग करें।