SQL क्या हैं? वर्तमान समय में हम सभी इंटरनेट का उपयोग भरपूर मात्रा में करते आ रहे है। अधुनिक समय में इंटरनेट की सहायता से किसी भी सूचना को घर बैठे प्राप्त किया जा सकता हैं। इंटरनेट की सहायता से हम जो कुछ भी डेटा प्राप्त करते हैं। वह डेटा किसी सर्वर या कंप्यूटर में स्टोर होता हैं। जहाँ से इंटरनेट हमें वह इंफॉर्मसशन प्राप्त करवाता हैं।

इसका मतलब हैं कि इंटरनेट से हमें जो कुछ भी सूचना प्राप्त होती हैं वह समस्त सूचना बड़ी मात्रा में किसी सर्वर या कंप्यूटर में ऑनलाइन स्टोर होती हैं। इतनी बड़ी मात्रा में किसी डेटा को स्टोर करना और आवश्यकता पड़ने पर वह सूचना हम तक पहुँचना एक नवीन तकनीकी का ही कमाल हैं। अब प्रश्न यह उठता हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में डेटा को किस तरह मैनेज किया जाता हैं?
विश्वभर की समस्त सूचनाओं को मैनेज करने एवं डेटा को रिड्यूस करने हेतु प्रोग्रामर या सर्वर कंपनियां एक सॉफ्टवेयर का उपयोग करती हैं। जैसे – SQL और SQL Server तो चलिए आज विस्तृत रूप से समझने का प्रयास करते हैं कि एसक्यूएल क्या हैं? What is SQL in Hindi
SQL क्या हैं? |What is SQL in Hindi
SQL का पूरा नाम Structured Query Language हैं। यह एक प्रोग्रामिंग एवं कोडिंग लैंग्वेज हैं जिसका उपयोग Database को मैनेज करने के लिए किया जाता है। SQL एक DBMS (Database Management System) सॉफ्टवेयर हैं। जो डेटा को एक स्ट्रक्चर देने का कार्य करता हैं। जिससे किसी डेटा का उपयोग एक इनफार्मेशन के तौर पर किया जा सकें।
Structured Query Language (SQL) को 1970 में IBM Laboratory में विकसित किया गया था। विश्वभर के इतनी बड़ी मात्रा में डेटा को मैनेज करने के लिए Database का उपयोग किया जाता हैं। एसक्यूएल कमांड की सहायता से ही इतनी बड़ी मात्रा में डेटा को मैनेज करने का कार्य किया जाता है। इस प्रोग्रामिंग एवं सॉफ्टवेयर की सहायता से डेटाबेस को क्रिएट एवं संशोधित किया जा सकता हैं।
यह डेटाबेस को सिक्योरिटी प्रदान करने का भी कार्य करती हैं जिससे वहीं यूजर डेटाबेस में एक्सेस प्राप्त कर सकें। जिसने उसे बनाया हैं। इसके साथ ही इसके Syntax या Command का उपयोग कर डेटाबेस को डिलीट भी किया जा सकता हैं। SQL डेटाबेस में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए 4 Elements का उपयोग करता हैं-
Elements of SQL
1. Literals – यह डेटा को फिक्स्ड वैल्यू को प्रदर्शित करने का कार्य करता हैं। जैसे – Synthia, Ekagra, Raunak Raj Singh, 8 और 305 आदि सभी डिजिट और टेक्स्ट को Literal या Literal Value कहा जाता हैं। इनकी मुख्य विशेषता यह हैं कि इन डिजिट या टेक्स्ट को Quotation Marks की सहायता से Enclosed किया जाता हैं। जैसे- ‘8’,’Synthia’ आदि।
2. Datatypes – इसकी सहायता से डेटा के प्रकार को समझा जाता हैं या कहें तो यह डेटा को परिभाषित करने का कार्य करता हैं। MySQL किसी डेटा को तीन भागों में विभाजित कर उसकी वैल्यू को स्टोर करने का कार्य करता हैं – Numeric, Date and time और String Types
3. Nulls – इसका उपयोग तब किया जाता है जब row के पास कोई वैल्यू न हो। ऐसे में उस खाली वैल्यू को nulls लिखकर प्रदर्शित किया जाता हैं। इसमें एक बात ध्यान देने योग्य हैं कि आप 0 की वैल्यू को nulls में प्रदर्शित नहीं कर सकते।
4. Comments – कमेंट को सिर्फ एक डॉक्यूमेंट के तौर पर उपयोग किया जाता हैं। यह किसी कीवर्ड और स्टेटमेंट को परिभाषित करने का कार्य करता है। कमेंट को प्रदर्शित करने के लिए /* और अंत में */ का उपयोग किया जाता हैं। इसे के साथ शुरुआत में # सिंबल लगाकर भी कमेंट को प्रदर्शित किया जा सकता हैं।
SQL Commands In Hindi |एसक्यूएल कमांड
एसक्यूएल में कमांड की सहायता से टेबल क्रिएट करना या डिलीट करने बहुत आसान हैं। इसकी कमांड में कुछ सामान्य से कीवर्ड होते हैं। जिनका उपयोग करके आप कमांड दे सकते हैं।
1. CREATE – इसकी सहायता से आप डेटाबेस में टेबल क्रिएट कर सकते हैं। जिसके बाद आप उसमें डेटा को स्टोर कर सकते हैं। डेटाबेस में टेबल क्रिएट करने के लिए आप नीचें दिए गए Syntax का उपयोग कर सकते हैं।
Syntax: CREATE DATABASE [IF NOT EXISTS] <database name> ;
2. ALTER – इस कमांड की सहायता से आप डेटाबेस को संशोधित कर सकते हैं। इसके साथ ही डेटा में बदलाव कर सकते हैं।
3. DROP – इस कीवर्ड का उपयोग डेटाबेस में टेबल को डिलीट करने या हटाने के लिए किया जाता हैं।
4. SELECT – इसका उपयोग टेबल में किसी विशेष स्थान के डेटा का चयन (सेलेक्ट) करने के लिए किया जाता हैं। जिसका उपयोग कर विशेष स्थान में उचित बदलाव किया जा सकें।
5. INSERT – इस कीवर्ड का उपयोग टेबल में rows की संख्याओं में वृद्धि करने के लिए किया जाता हैं। जिससे अतिरिक्त डेटा को उसमें स्टोर किया जा सकें।
6. UPDATE – इस कमांड का उपयोग टेबल में डेटा में बदलाव करने या संशोधित करने के लिए किया जाता हैं।
7. DELETE – इस कीवर्ड का उपयोग टेबल में किसी rows को डिलीट करने के लिए किया जाता हैं।
8. GRANT – इस कीवर्ड का उपयोग यूजर को डेटाबेस में उचित बदलाव करने के लिए अनुमति देने के लिए किया जाता हैं। जिससे वह अपनी आवश्यकता अनुसार टेबल में बदलाव कर सकें।
9. REVOKE – इस कमांड का उपयोग यूजर को डेटाबेस में बदलाव किए जाने वाले अधिकार को वापस लेने के लिए किया जाता हैं। सामान्यतः इसका उपयोग कर यूजर को डेटाबेस एक्सेस करने से रोकने के लिए किया जाता हैं।
Types of SQL Statement |एसक्यूएल स्टेटमेंट के प्रकार
एसक्यूएल स्टेटमेंट या एसक्यूएल कमांड को 5 भागों में विभाजित किया जाता हैं-
1. Data Definition Language (DDL) – DDL कमांड को मुख्य कमांड के रूप में देखा जाता हैं। इसका उपयोग डेटाबेस में विभिन्न बदलावों को करने के लिए किया जाता हैं। जैसे- CREATE TABLE, RENAME TABLE, DROP INDEX, REPAIR TABLE आदि।
2. Data Manipulation Language (DML) – इस कमांड का उपयोग डेटाबेस में स्टोर जानकारी को पुनः प्राप्त करने एवं डेटाबेस में नई सूचना को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। DML को मुख्यतः 2 भागों में विभाजित किया जाता हैं- Procedural DML और Non-procedural DML
DML के कुछ कमांड – INSERT INTO, UPDATE, DELETE, SELECT, LOCK TABLE
3. Transaction Control Language (TCL) – यह ट्रांजेक्शन कार्यों की एक पूर्ण इकाई हैं। जैसे- preparing report-card for a student यह एक प्रकार का ट्रांजेक्शन हैं। किन्तु इसमें कई सारे स्टेप्स सम्मिलित होते हैं। जैसे- student table, marks table, result table आदि।
TCL के कुछ कमांड – COMMIT, ROLLBACK, SAVEPOINT, SET TRANSACTION
4. Data Control Language (DCL) – डेटाबेस में इस कमांड का उपयोग कर यूजर को एक्सेस करने की Authority प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही दी गयी Authority को वापस लेने के लिए भी इसी कमांड का उपयोग किया जाता है। DCL के कमांड – GRANT, REVOKE
5. Data Query Language (DQL) – DQL कमांड में सिर्फ SELECT स्टेटमेंट का उपयोग किया जाता हैं। इस कमांड का उपयोग डेटाबेस में डेटा को प्राप्त करने के लिए किया जाता हैं। जिससे डेटा के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकें।
Advantages and Disadvantages of SQL in Hindi
एसक्यूएल को और अच्छी तरह से समझने के लिए हमें इसके लाभ और हानि को जानने की भी आवश्यकता हैं। जिसे हम निम्न बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं-
फायदे (Advantages)
● SQL में डेटा को तीव्र गति से पुनः प्राप्त किया जा सकता हैं और उसमें संशोधित किया जा सकता हैं।
● इसमें किसी विशेष प्रकार की Coding सीखने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि इसके कमांड छोटे और याद करने में आसान होते हैं। जैसे- SELECT, UPDATE आदि।
● यह सभी यूजर को एक समान सुविधा प्रदान करती हैं जिससे सभी इसका उपयोग अपने क्षेत्रों में डेटा को मैनेज करने के लिए कर सकें।
● इसका उपयोग किसी भी प्लेटफार्म या ऑपरेटिंग सिस्टम में आसानी से किया जा सकता हैं।
● यह एक Interactive Language हैं। जिसका मतलब हैं कि इसके कोड्स को समझना और याद रखना बहुत आसान काम हैं।
नुकसान (Disadvantages)
● एसक्यूएल का Interface बहुत जटिल हैं जिसको समझना मुश्किल कार्य हैं। जिस कारण कई यूजर डेटाबेस में बदलाव करने में असमर्थ महसूस करते हैं।
● इसके कुछ नए version बहुत महँगे हैं जिसका उपयोग करने के लिए आपको पेमेंट करनी पड़ती हैं।
● इसकी सहायता से पूरी तरह डेटाबेस को मैनेज करना संभव नहीं होता।
Uses of SQL in Hindi
इसका उपयोग कई क्षेत्रों में विभिन्न कार्यों को पूरा करने के लिए किया जाता हैं। जैसे-
● इसका अधिक उपयोग बिज़नेस इंटेलिजेन्स टूल्स के तौर पर किया जाता हैं।
● इसके उपयोग से Data Testing और Data Manipulation जैसे कार्य भी किये जाते हैं।
● डेटा साइंस टूल्स को विकसित करने में भी एसक्यूएल का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता हैं। Spark और Impala जैसे बड़े डेटा टूल्स भी इसी पर निभर हैं।
● वर्तमान समय मे इस लैंग्वेज के कौशल की अत्यधिक मांग हैं।
SQL और MySQL में क्या अंतर हैं?
इन दोनों के मध्य के अंतर को समझने के लिए हमने आपके लिए नीचें एक टेबल बनाई हैं। जिसकी सहायता से आप इन दोनों के मध्य के अंतर को आसानी से समझ सकते हैं-
SQL | MySQL |
SQL एक Query प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हैं, जिसका उपयोग डाटाबेस में डेटा को मैनेज करने के लिए किया जाता हैं। | MySQL एक Relational Database Management System (RDMS) हैं जिसका उपयोग एसक्यूएल में किया जाता हैं। |
इसका उपयोग मुख्य रूप से डेटाबेस सिस्टम को ऑपरेट करने के लिए किया जाता हैं। | इसका उपयोग डेटा को स्टोर करने, संशोधित करने, डिलीट करने और डेटा को Sequence में लगाने के लिए किया जाता हैं। |
यह किसी कनेक्टर को सपोर्ट नहीं करता। | जबकि यह एक इन-बिल्ट टूल के साथ आता हैं जो डेटा बनाने और उसको डिजाइन करने का कार्य करता हैं। |
यह सिंगल स्टोरेज इंजन का उपयोग करता हैं। | यह अनेकों स्टोरेज इंजन का उपयोग करता हैं। |
यह डेटा Execution के दौरान डेटा में बदलाव करने की अनुमति नहीं देता। | यह Third-party processor को Execution के दौरान डेटा में बदलाव करने की अनुमति दे देता हैं। |
इसको अधिक सुरक्षित और सिक्योर समझा जाता हैं। | यह एसक्यूएल की तुलना में अधिक सिक्योर नहीं होता। |
निष्कर्ष – Conclusion
एसक्यूएल एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हैं इसके साथ ही यह एक DBMS सॉफ्टवेयर हैं जिसका उपयोग डेटाबेस में डेटा को मैनेज करने के लिए एवं उसे संशोधित करने के लिए किया जाता हैं। इसके सिंटेक्स या कमांड बहुत आसान और याद करने में सरल होते हैं। जिस कारण डेटा में आसानी से बदलाव किया जा सकता हैं।
इसके इंटरफ़ेस काफी जटिल होता हैं जिस कारण यूजर को डेटाबेस को समझने और इसका उपयोग करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं। तो दोस्तों आज आपने हमारी इस पोस्ट के माध्यम से जाना कि एसक्यूएल क्या हैं? (What is SQL in Hindi) हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट समझ में आई हो। हमारा यही प्रयास रहा हैं कि हम आपको सरल शब्दों में समझा सकें। आपने विचारों को हम तक पहुँचाने के लिए कमेंट का उपयोग अवश्य करें।