Firewall क्या हैं और इसके लाभ

Firewall क्या हैं? यह एक सुरक्षा चक्र हैं जो हमारे PC को वायरस से बचाता हैं। सामान्य शब्दों में हम इसे सुरक्षा का उपकरण भी मान सकते हैं। अगर आप भी इंटरनेट के माध्यम से काम करते हैं या इंटरनेट का उपयोग करते हैं तो आप फ़ायरवॉल का उपयोग अवश्य करें। यह आपके सुरक्षा चक्र के लिए अति आवश्यक हैं। 

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इसका उपयोग न किए जाने पर आपका कंप्यूटर पूर्ण रूप से असुरक्षित हैं। इसके अभाव में आपके कंप्यूटर में Computer Virus आने का खतरा अधिक बढ़ जाता हैं। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि फ़ायरवॉल क्या हैं,यह कैसे कार्य करता हैं और इसके लाभ और हानि। What is Firewall in Hindi

फ़ायरवॉल क्या हैं? |What is Firewall in Hindi

firewall kya hai

फ़ायरवॉल एक सुरक्षा उपकरण हैं। जो कंप्यूटर में आने और कंप्यूटर से जाने वाले डेटा की सुरक्षा का ध्यान रखता हैं। जिससे कंप्यूटर में ऐसे डेटा को आने से रोका जा सकें। जिससे कंप्यूटर के डेटा या सूचना को किसी प्रकार का नुकसान न पहुँचे। 

हम इसे कंप्यूटर या PC का Personal Antivirus कह सकते हैं। यह प्रत्येक कंप्यूटर में होता हैं। इसके मात्र एक्टिवेशन से हम कंप्यूटर को ऐसे डेटा से बचा सकते हैं। जो किसी भी प्रकार से हमारे डेटा को संक्रमित कर सकता हैं। यह ऐसे Internet Connection और Storage डिवाइस (Hard Disk, Pen Drive) को access करने से रोकता हैं। जो किसी प्रकार से हमारे डेटा को चुरा या corrupt कर सकता हैं। 

फ़ायरवॉल ऐसी वेबसाइट्स या एप्पलीकेशन को ब्लॉक कर देता हैं। जो किसी प्रकार से हमारी निजी और संवेदनशील सूचनाओं को अन्य व्यक्ति तक पहुँचा सकती हैं। यह ऐसे ट्रैफिक को आने से रोकता हैं जो सिस्टम की सुरक्षा के लिए हानिकारक होता हैं। फ़ायरवॉल हैकर्स और दुर्भावनापूर्ण सॉफ्टवेयर से विंडो की रक्षा करता हैं। 

फ़ायरवॉल की अपनी एक नीति एक policy होती हैं। जिसके आधार पर यह अपना सम्पूर्ण कार्य करती हैं। अगर कोई ऐसा तत्व कंप्यूटर में प्रवेश करने की कोशिश करता हैं जो इसकी नीतियों (Policy) के विरुद्ध होता हैं। तो यह ऐसे सर्वर या नेटवर्क को कंप्यूटर में आने से रोक देता हैं। 

फ़ायरवॉल के प्रकार |Types of Firewall in Hindi

फ़ायरवॉल को मुख्यतः 4 भागों में विभाजित किया जाता हैं। जो इस प्रकार हैं- 

1. Packet Filtering Firewall – इस प्रकार का फ़ायरवॉल Private Network और Internet Network के मध्य का कार्य करता हैं। यह IP address को चेक करने के बाद ही इंटरनेट उपयोग करने की अनुमति देता हैं। अगर ऐसे नेटवर्क कनेक्शन को कनेक्ट होने से रोकता हैं। जो किसी प्रकार से हमारी सुरक्षा के लिए हानिकारक होता हैं। 

इस प्रकार का फ़ायरवॉल सिर्फ IP address से आने वाले संक्रमित डेटा को रोकता हैं। इसलिए इसे हम सबसे सुरक्षित फ़ायरवॉल के रूप में नही देख सकते। परंतु इसकी अपनी एक अलग महत्ता हैं। यह अपने स्तर पर एक अहम भूमिका निभाने का कार्य करता हैं। 

2. Circuit Level Gateway Firewall – यह पैकेट फ़िल्टरिंग फ़ायरवॉल से अधिक सुरक्षित हैं। यह एक माध्यम वर्ती फ़ायरवॉल हैं। जो outsider और insider connection के मध्य में काम करता हैं। यह अपने मानकों के अनुसार करता हैं। अगर कोई संक्रमित डेटा आने की कोशिश करता हैं और वह इसकी पालिसी या नीतियों के अनुसार नहीं होता तो यह उस संक्रमित डेटा को आने से रोक देता हैं। 

3. Stateful Inspection Firewall – यह दो कनेक्शन के पैकेट के आधार पर काम करता हैं। पैकेट से आशय हैं उस कनेक्शन या नेटवर्क के IP address, Port address, Source IP, Destination IP, Destination Port इसी तरह यह दूसरे कनेक्शन के पैकेट के डेटा को लेकर यह फ़ायरवॉल एक database का निर्माण करता हैं। 

यह दोनों प्रकार के नेटवर्क के पैकेट को मिलाकर एक।पैकेट का निर्माण करता हैं। जिसके आधार पर फ़ायरवॉल किसी नेटवर्क को access करने की या ब्लॉक करने का कार्य करता हैं। सामान्य शब्दों में हम कहें तो यह दो Connection के डेटा को एकत्रित करते एक डेटाबेस तैयार करता हैं और उसी के आधार पर कार्य करता हैं। 

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4. Application Level Gateway Firewall – यह फ़ायरवॉल की एक महत्वपूर्ण और सुरक्षित कड़ी है। यह डेटा के प्रत्येक लेयर की जांच करती हैं। फ़ायरवॉल के इस प्रकार को application proxy के नाम से भी जाना जाता हैं। इस प्रकार का फ़ायरवॉल internet और निजी नेटवर्क के माध्यम से कंप्यूटर के डेटा को सुरक्षित रखने का कार्य करता हैं। 

फ़ायरवॉल की विशेषता |Features of Firewall 

● यह अनेकों प्रकार की सुरक्षा हमारे कंप्यूटर को प्रदान करता हैं। 

Wireless Network (Wi-Fi) Protection 

● यह इंटरनेट और नेटवर्क को हमारे कंप्यूटर में access करने की अनुमति प्रदान करता हैं। 

● यह ऐसी वेबसाइट या सॉफ्टवेयर से हमारी सुरक्षा करता हैं। जिनसे हमारे कंप्यूटर डेटा को किसी प्रकार का खतरा होता हैं। 

● यह Malware से हमारे संवेदनशील डेटा की सुरक्षा करता हैं और उसको वायरस के प्रभाव में आने से बचाता हैं। 

● यह ऐसे Data Packet को आने की अनुमति देता हैं। जो पूर्ण रूप से हमारे डेटा के लिए सुरक्षित होते हैं।

फ़ायरवॉल कैसे काम करता हैं? 

फ़ायरवॉल की अपनी एक नीति (Policy) और सिद्धांत हैं। जिनके आधार पर ही वो अपने समस्त कार्य करता हैं। अगर कोई ऐसा डेटा या नेटवर्क कंप्यूटर से कनेक्ट होने को कोशिश करें जो इसकी नीतियों के अनुरूप हैं। तो फ़ायरवॉल उस नेटवर्क या सॉफ्टवेयर को ब्लॉक कर देता हैं और हमारे कंप्यूटर को उसे access करने की अनुमति नहीं देता। 

यह इन नेटवर्क के माध्यम से आने वाले ट्रैफिक की जांच करता हैं। अगर यह आने वाला ट्रैफिक इसकी नीति-नियमों के अनुसार होता हैं। तो यह इसे एक्सेस करने की अनुमति दे देता हैं और इसके विरुद्ध होने पर यह कंप्यूटर को एक्सेस करने से रोक देता हैं। 

फ़ायरवॉल को अपने PC में Active करने के लाभ और हानि (Advantage and Disadvantages of Firewall in Hindi)

लाभ (Advantage)

● फ़ायरवॉल कंप्यूटर में किसी नेटवर्क के डेटा को पैकेट के आधार पर जांचता हैं। अगर आने वाले डेटा के नेटवर्क में उसे किसी प्रकार का खतरा लगता हैं। तो यह उसे ब्लॉक कर देता हैं या आने से रोक देता हैं। 

● यह ट्रोजन से डेटा की सुरक्षा करता हैं। ट्रोजन एक प्रकार का वायरस होता हैं। जो हमारी निजी सूचनाओं को चुराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। फ़ायरवॉल इस प्रकार के डेटा को कंप्यूटर में आने से रोकता हैं। 

Firewall Hackers से हमारी सुरक्षा करता हैं। अक्सर हैकर्स के निशाने में वो सिस्टम होते हैं। जिनमें फ़ायरवॉल जैसी सुरक्षा नहीं लगी होती। क्योंकि फ़ायरवॉल हैकर्स के प्रोग्राम को कंप्यूटर के डेटा में सम्मिलित होने से रोकता हैं। 

● फ़ायरवॉल ऐसे नेटवर्क को access करने से रोकता हैं। जो उसकी नीतियों के विरुद्ध होते हैं। क्योंकि नेटवर्क के माध्यम से आसानी से किसी के डेटा को संक्रमित किया जा सकता हैं। 

● यह कंप्यूटर की निजी जानकारियों को सुरक्षित रखने का कार्य करता हैं। क्योंकि हैकर्स तभी किसी कंप्यूटर को हैक कर पाते हैं। जब उन्हें उस कंप्यूटर की गोपनीयता के संबंध में पता हो। यह कंप्यूटर के ऐसे गोपनीय डेटा को ब्लॉक कर देता हैं। जिससे उन्हें निजी जानकारी पता न चल सकें।

हानि (Disadvantage) 

● फ़ायरवॉल अपने प्रकारों और विशेषताओं के अनुसार महँगा होता हैं। इसको समय-समय पर update करने और इसकी कार्य प्रणाली में नजर रखने की आवश्यकता होती हैं। सामान्यतः हार्डवेयर फ़ायरवॉल सॉफ्टवेयर की तुलना में अधिक खर्चीले होते हैं और किफायती भी। 

● यह ऐसी वेबसाइट और एप्पलीकेशन को आने से रोक देता हैं। जो इसकी नीतियों के विरुद्ध होते हैं। ऐसे में किसी बड़े व्यापार का कंपनी में यह काफी समस्यात्मक होता हैं। इसकी इस नीति के वजह से इसको कभी-कभी असक्रिय करने की आवश्यकता पड़ जाती हैं। 

● यह कंप्यूटर की प्राइमरी मेमोरी को काफी धीमा कर देता हैं। यह सूचनाओं को प्राप्त करने में समस्या उत्पन्न करता हैं। 

● फ़ायरवॉल विश्वशनीय नहीं होता। वायरस विश्वशनीय डेटा के आधार पर आपके कंप्यूटर में प्रवेश कर सकता हैं अगर वह इसकी नीतियों के अनुरूप हो। सामान्यतः वायरस से अपने डेटा को संक्रमित होने से बचाने के लिए एंटीवायरस का सिस्टम में होना अनिवार्य हैं। 

● अगर आपका कम्प्यूटर व्यक्तिगत कार्यो के लिए हैं तो फ़ायरवॉल आपके लिए फायदेमंद हो सकता हैं। लेकिन अगर आप समूह के रूप में इसका उपयोग करते हैं या व्यवसाय के डेटा और कार्यो के लिए सिस्टम का उपयोग करते हैं। तो यह आपके कार्यों में बाधा उत्पन्न कर सकता हैं। 

निष्कर्ष – Conclusion

फ़ायरवॉल सिस्टम का सुरक्षा उपकरण हैं। जो ऐसे डेटा या नेटवर्क को एक्सेस करने से रोकता हैं। जो किसी भी प्रकार से इसकी नीतियों के विरुद्ध होता हैं। अगर आप अपने कंप्यूटर को लंबे समय तक वायरस से सुरक्षित रखना चाहते हैं तो इसका उपयोग अवश्य करें। यह काफी हद तक वायरस को आपके कंप्यूटर में आने से रोकने का कार्य करता हैं। 

यह कंप्यूटर का अपना Antivirus हैं। तो दोस्तों आज आपने जाना कि फ़ायरवॉल क्या हैं और इसके लाभ (Firewall Kya Hai) अगर इस पोस्ट से संबंधित आपके कोई विचार हो तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से हमसे जरूर शेयर करें। 

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pankaj
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