Server क्या हैं इसके प्रकार और यह कैसे काम करता हैं

सर्वर Server एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम सिस्टम हैं जो अपने सर्वर से जुड़े कम्प्यूटरों को इंटरनेट के माध्यम से सूचना प्रदान करने का कार्य करता हैं। आप और हम वर्तमान समय मे किसी भी सूचना के बारे में जानने के लिए इंटरनेट का उपयोग करते हैं। 

क्या आप जानते है कि इंटरनेट के माध्यम से वह सूचना आप तक आती कहा से हैं? यह सूचना जो कुछ भी आप इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त करते हैं वह सभी सर्वर से जुड़ी होती हैं वह सभी सूचनाएं किसी कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से आप तक पहुचती हैं। जिन्हें हम सर्वर कहते हैं। 

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इंटरनेट के माध्यम से सूचना प्रदान करने का आधार होते हैं सर्वर। आज हम आपको विस्तृत रूप से बताएंगे कि सर्वर क्या हैं कितने प्रकार के हैं और सर्वर कैसे काम करता हैं? इसके साथ ही यह भी कि सर्वर डाउन होने का मतलब क्या होता हैं? What is Server in Hindi

सर्वर क्या हैं? |What is Server in Hindi

सर्वर एक उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर होते हैं जिनका निर्माण नेटवर्क डेटा, सिस्टम मैनेज करने आदि कामों के लिए बनाया जाता हैं। इनकी Storage Capacity असीमित होती हैं। अनेकों स्टोरेज डिवाइस बड़ी मात्रा में इसमें डेटा को स्टोर करके रखते हैं। 

सामान्य शब्दों में अगर हम इसे समझने का प्रयास करें तो वह डेटा को इंटरनेट में Upload करा जाता हैं। वह डेटा स्टोर करने के लिए एक कंप्यूटर सिस्टम की आवश्यकता पड़ती हैं। जिससे अन्य व्यक्ति अगर उस सूचना को प्राप्त करना चाहें तो वह कंप्यूटर उसे उस सूचना को प्रदान कर देता हैं। यह सूचना स्टोर करने और इंटरनेट सर्वर के माध्यम से सूचना देने की जो प्रक्रिया होती हैं वह सर्वर के माध्यम से ही होता हैं। 

यह इंटरनेट में अपलोड की गई सूचना को किसी अन्य डिवाइस के request करने पर उसको वह जानकारी serve करने का कार्य करता हैं। उदाहरण के तौर पर हम इसे समझें तो जब कोई व्यक्ति किसी प्रकार की वेबसाइट बनाता हैं तो ऐसे में सबसे पहले उसको Hosting खरीदने की आवश्यकता पड़ती हैं अर्थात वह होस्टिंग कंपनी उन वेब मालिकों को अपना सर्वर प्रदान करती हैं और उन वेबसाइट के डेटा को अपने सर्वर में स्टोर कर उस डेटा को इंटरनेट यूजर तक पहुँचाने का कार्य करती हैं। 

यह सर्वर 24×7 ऑन रहते हैं जिस कारण हम किसी भी समय इंटनेट के माध्यम से सूचना प्राप्त कर लेते हैं। अनेकों ऐसी कंपनियां होती हैं जो लोगों को अपना सर्वर देती हैं जिससे वह अपने डेटा को इंटरनेट सर्वर पर स्टोर करते हैं। जिस कारण उनके द्वारा स्टोर किया गया डेटा लोगों को इंटरनेट के माध्यम से प्राप्त हो जाता हैं। 

सर्वर के प्रकार |Types of Server in Hindi

सर्वर को उनके अंदर स्टोर डेटा के स्वरूप के अनुसार अलग-अलग भागों में विभाजित किया जाता हैं या हम कहें तो उस स्टोर डेटा की उपयोगिता के अनुसार उनको मुख्य भागों में विभाजित किया जाता हैं। सर्वर के प्रकारों को मुख्य रूप से निम्न भागों में विभाजित किया जाता हैं- 

1. Web Server (वेब सर्वर) – वेब सर्वर किसी वेबसाइट के डेटा को स्टोर करने का कार्य करता हैं जिस कारण इसे web server कहां जाता हैं। एक वेब सर्वर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का सम्मिलित रूप होता हैं जो www (World Wide Web) के माध्यम से की जाने वाली सूचना प्रदान करने की request को HTTP (Hypertext Transfer Protocol) की सहायता से अपने सर्वर से सूचना प्रदान करता हैं। 

यह वेबसाइट्स में मौजूद डेटा को अपने कंप्यूटर या सर्वर में स्टोर कर यूजर तक इंटरनेट के माध्यम से पहुँचाने का कार्य करते हैं यह HTTP के साथ साथ SMTP और FTP का उपयोग भी सूचना प्रदान करने के लिए करते हैं। इनका उपयोग मुख्य रूप से File Transfer करने और Storage करने के लिए किया जाता हैं। 

2. Proxy Server – यह सर्वर Host सर्वर और Customer सर्वर के मध्य मध्यस्थता का कार्य करता हैं या एक पुल का काम करता हैं। यह एक Proxy Website से आपके कंप्यूटर के IP Address पर उस सूचना को प्रदान करता हैं जिसकी यूजर द्वारा उस सूचना को प्रदान करने की रिक्वेस्ट की जाती हैं। 

यह सर्वर दोनों के मध्य डेटा ट्रांसफर करने का कार्य करता हैं जिस कारण वह सूचना उसी IP Address में जाती हैं जहाँ से Request आयी होती हैं। जिस कारण यह Hacker’s से हमारी सूचनाओं को गोपनीय रखने का एक उत्तम कार्य करती हैं। 

3. Application Server – इस प्रकार के सर्वर में किसी App या Software के डेटा को स्टोर करके रखा जाता हैं। इस प्रकार के सर्वर यूजर को Transaction, Security, Concurrency जैसी सुविधाएं प्रदान करने का कार्य करते हैं। यह सर्वर अपने मौजूद डेटा को प्रदान करने के लिए यूजर के डिवाइस को उस एप्पलीकेशन को डाउनलोड करने या Run करने की अनुमति प्रदान करता हैं। 

यह सर्वर बड़ी मात्रा में और एक समय मे अधिक से अधिक यूजर तक डेटा को पहुँचाने के लिए बनाए जाते हैं जिससे उस Application का Response Time एक्सेस करने के लिए कम हो जाता है। 

4. File Server – यह डेटा को को स्टोर करने का कार्य फ़ाइल के माध्यम से करता हैं जिस कारण इस सर्वर को फ़ाइल सर्वर कहा जाता हैं। इस सर्वर के माध्यम से ही हम अपनी किसी फ़ाइल को एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक आसानी से पहुँचा पाते हैं। सामान्यतः इसका उपयोग किसी डेटा को फ़ाइल के रूप में आदान-प्रदान करने के लिए होता हैं। 

5. Database Server – यह किसी कंप्यूटर के डेटाबेस को स्थापित करने का कार्य करता हैं कौन सी सूचना को किस जगह स्टोर करने हैं जिससे वह यूजर तक आसानी से पहुँच सकें। इसका निर्धारण इसी सर्वर के माध्यम से किया जाता हैं। कई व्यवसाय अपने डेटा को स्टोर करने के लिए इस सर्वर का उपयोग करते हैं। यह डेटा को व्यवस्थित करने का एक उत्तम सर्वर हैं। 

6. Mail Server – हम Gmail या Email के माध्यम से जितना भी डेटा दूसरी जीमेल या ईमेल में शेयर करते हैं। वह डेटा इसी सर्वर के माध्यम से दूसरे Gmail Address तक पहुँचता हैं। यह संदेश भेजने का एक उत्तम और अत्यधिक सुरक्षित सर्वर हैं। इस सर्वर से डेटा को भेजने का कार्य दो प्रकार के प्रोटोकॉल की सहायता से किया जाता हैं- SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) और IMAP4 (Internet Message Access Protocol Version 4) 

सर्वर कैसे काम करता हैं? |How do Server Works

जब आप इंटरनेट ब्राउज़र पर URL के माध्यम से कुछ Search करते हैं तो वह आपको उस सर्वर से जोड़ देता हैं। जिस सर्वर पर आपके द्वारा पूछे गए प्रश्न का डेटा होता हैं। जिस कारण आपको उस सर्वर से उस डेटा का Access प्राप्त हो जाता हैं। 

आपने देखा होगा कि जब आप अपने ब्राउज़र में इंटरनेट में कुछ सर्च करते हैं तो उसके URL के सबसे पहले HTTP (Hypertext Transfer Protocol) सर्वर इस प्रोटोकॉल के माध्यम से ही आप तक उस डेटा को पहुँचाता हैं जिसके लिए आपने सर्च किया होता हैं। 

उदाहरण आप अपने किसी ब्राउज़र में जाए और कुछ भी सर्च करें उसके बाद URL Box में देखिए। वहाँ पर http उसके बाद वो Keyword लिखा होता हैं जो आपने सर्च किया होता हैं। वह सर्वर को डेटा का Location देंने का कार्य करता हैं। 

जानें- Web Browser क्या हैं और कैसे काम करता हैं?

अगर हम सामान्य भाषा में समझें तो जब हम किसी वेबसाइट को ब्राउज़र में सर्च करते हैं तो इंटरनेट हमें उस वेबसाइट के web server से जोड़ देता हैं। माना उस वेबसाइट ने अपना डेटा किसी Hosting Company से ली हैं तो इंटरनेट आपको उस Hosting Provider से जोड़ देता हैं जिसमें उस वेबसाइट का डेटा स्टोर हुआ होता हैं। यह जोड़ने का कार्य IP Address और Http की सहायता से किया जाता हैं। जो Internet का एक भाग हैं। 

सर्वर डाउन का मतलब क्या हैं? |What does Server Down Mean

हम सामान्यतः यह देखते हैं कि अगर हम किसी वेबसाइट में काम करते हैं तो वह कभी-कभी कार्य करना बंद कर देती हैं। जिस कारण हम कहते हैं कि उस Website के Server Down हो गए। लेकिन यहाँ यह जानना आवश्यक हैं कि आखिर किसी वेबसाइट के Server डाउन क्यों होते हैं। 

जिस वेबसाइट का डाटा जिस Hosting Server से जुड़ा होता हैं वह Hosting Provider उस Website के डेटा को स्टोर करने हेतु एक सीमा में RAM देता हैं जो वेबसाइट की कार्य क्षमता को बढ़ाता हैं। 

जब किसी वेबसाइट में ज्यादा यूजर आने लगते हैं तो ऐसे में वह सर्वर अधिक Process करने लगता हैं और उस सर्वर की रैम कम होने लगती हैं। जिस कारण सर्वर Down हो जाते हैं। सर्वर डाउन होने के अनेक कारण होते है। जैसे – Operating System Crashes, Application Crashes, Network Problem, Power Failure आदि। 

वेब सर्वर कैसे बनाएं? |How to Create Web Server 

जी हाँ अगर आप चाहें तो आप खुद का सर्वर बना सकते हैं जिसमें आप अपने वेबसाइट के सम्पूर्ण डेटा को स्टोर कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए यह ध्यान रखना आवश्यक हैं कि आपके सिस्टम में जिसमें आप सर्वर क्रिएट कर रहे हैं। उसमें 24×7 इंटरनेट रहें और उस सिस्टम का Processor, Storage Capacity और RAM उच्च गुणवत्ता वाली और अधिक क्षमता वाली होनी चाहिए। ऐसा न होने पर आपका सर्वर Down या Server Error हो सकता हैं। आप इन Steps को फॉलो करके अपना खुद का वेव सर्वर Create कर सकते हैं – 

Step 1: सबसे पहले अपने सिस्टम में Xampp Software को डाउनलोड करें और उसे Run करें।

Step 2: उसके बाद जो Warning Interface खुलेगा। उसमें Ok के बटन में क्लिक करें। 

Step 3: उसके बाद जो Interface खुलेगा उसमें कोई बदलाव न करते हुए। इस सॉफ्टवेयर को अपने जहाँ स्टोर करके रखना हैं उस फोल्डर का चयन कर इस फ़ाइल का वहाँ स्थापित कर दें।

Step 4: जब Installation क्रिया पूर्ण हो जाएगी फिर Xampp Control Panel खुलेगा। जिसमें आप Apache और MySQL को ऑन करना हैं। अब आपका खुदका सर्वर बन चुका हैं। उसके बाद जब आप अपने ब्राउज़र में Localhost लिखेंगे तो इस सॉफ्टवेयर का पेज खुल जायेगा। 

Step 5: इस सॉफ्टवेयर को जिस Drive में आपने इनस्टॉल किया हैं। वहाँ इसकी फ़ाइल के अंदर जा कर एक नए Folder का निर्माण करें। 

Step 6: इसके बाद Text Editor के किसी सॉफ्टवेयर में जाकर आपको Index .Html के नाम की एक फ़ाइल बनाये। 

Step 7: उसके बाद ब्राउज़र में जाकर http://Localhost/Files ओपन करें। उसके बाद जो आपने Index .Html में टाइप किया होगा। वो आपको वहाँ पर दिखेगा। 

जिसके बाद आप वहाँ पर अपनी किसी वेबसाइट को आसानी से बना सकते हैं। लेकिन यह जब आवश्यक हो तब ही करें। अन्यथा नहीं क्योंकि अगर आप अच्छी तरह से अपनी किसी वेबसाइट को बनाना और चलाना चाहते हैं तो यह आवश्यक हैं कि आपका सर्वर सिस्टम काफी मजबूत हो। 

निष्कर्ष |Conclusion

सर्वर एक बड़ा और अधिक भंडारण क्षमता (Storage Capacity) रखने वाला कंप्यूटर हैं। जो अपने सर्वर से जुड़े कंप्यूटर को सूचना प्रसारित करने का कार्य करता हैं। यह बड़ी मात्रा में दुनिया भर की सूचनाओं को अपने अंदर स्टोर करके रखता हैं। यह इंटरनेट के माध्यम से सूचना प्राप्त करने का स्रोत हैं जिसके माध्यम में देश-दुनिया की सूचनाओं को हम घर बैठे प्राप्त कर लेते हैं। 

तो दोस्तों आज आपने हमारी इस पोस्ट के माध्यम से जाना कि सर्वर क्या हैं इसके प्रकार और सर्वर कैसे काम करता हैं? (What is Server in Hindi) अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने अन्य मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें और अपने विचारों को कमेंट के माध्यम से जरूर शेयर करें।

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pankaj
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