मदरबोर्ड क्या हैं और कैसे काम करता हैं?

मदरबोर्ड Motherboard कंप्यूटर का वह भाग हैं जिसके माध्यम से कंप्यूटर अपने समस्त कार्यो को पूर्ण करता हैं। मदरबोर्ड को CPU (Central Processing Unit) के अंदर स्थापित किया जाता हैं जो कंप्यूटर से जुड़ा होता हैं। मदरबोर्ड के माध्यम से ही कंप्यूटर को प्राइमरी और सेकेंडरी मेमोरी से जोड़ा जाता हैं। इसके साथ ही इसमें उन सभी Components को जोड़ा जाता हैं जो कंप्यूटर के कार्य करने में और उसकी कार्य क्षमता को बढ़ाने में आवश्यक होते हैं। 

मदरबोर्ड का निर्माण एक फाइबर ग्लास की सहायता से किया जाता हैं। जिसके ऊपर इलेक्ट्रॉनिक सर्किट की प्लेट लगी होती हैं। जिसमें अनेकों Integrated Circuit (IC) लगी हुई होती हैं। जो अनेकों माध्यमों से कंप्यूटर के संचालन में सहायता करती हैं। मदरबोर्ड को Printed Circuit Board (PCB) भी कहा जाता हैं। 

यह कंप्यूटर को पूर्ण करने का एक महत्वपूर्ण भाग हैं जिनकी सहायता से कंप्यूटर में उचित संशोधन भी किया जा सकता हैं। आज हम इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे कि मदरबोर्ड क्या हैं और इसके प्रकार। What is Motherboard in Hindi

मदरबोर्ड क्या हैं? |What is Motherboard in Hindi

मदरबोर्ड Computer, Laptop और Smart Phone में लगा एक सर्किट बोर्ड होता हैं जिससे कंप्यूटर और लैपटॉप के सभी पार्ट या Components जुड़े होते है। जैसे – CPU, Hard Disk, Graphic Card, DVD, RAM, ROM, Processor, Mouse, Keyboard या अन्य प्रकार के उपकरण। 

प्रत्येक मदरबोर्ड का निर्माण किसी विशेष प्रकार के प्रोसेसर और मेमोरी को संचालन करने के लिए किया जाता हैं। दुनिया का पहला सफल मदरबोर्ड 1981 में IBM ने तैयार किया था। जिसे IBM द्वारा प्लानर नाम दिया गया था। जिसमें RAM और Intel 1888 प्रोसेसर लगा हुआ था। जिसमें कीबोर्ड और प्रिंटर जोड़े जा सकते थे। 

इसके बाद इसकी संरचना में लगातार समय-समय मे परिवर्तन आते रहा। जिसमें मदरबोर्ड के पोर्ट्स में वृद्धि की गई और Graphics Card, DVD, Hard Disk जैसे उपकरणो को लगाने के लिए इसमें आवश्यक संशोधन किए गए। इसमें लगें प्रोसेसर की गति और इनकी भंडारण क्षमता (Storage Capacity) में भी समय के साथ-साथ परिवर्तन आते रहा। 

मदरबोर्ड कंप्यूटर के निर्माण का वह भाग हैं जो सम्पूर्ण कंप्यूटर की क्षमता को अपने अंदर संभाले रखता हैं। किसी भी कंप्यूटर के महंगे होने का कारण उसका मदरबोर्ड की गुणवत्ता पर निर्भर करता हैं। वर्तमान समय मे आप अपने मदरबोर्ड की Quality को बढ़ाने के लिए उसमें आवश्यक संशोधन भी कर सकते हैं। जैसे- उच्च गुणवत्ता वाली रैम लगाना या उसमें Graphic Card को फिट करना आदि। 

मदरबोर्ड के प्रकार |Types of Motherboard in Hindi

मदरबोर्ड को उसकी क्षमताओं,संरचना और उसके आकर के आधार पर 6 भागों में विभाजित किया जाता हैं। जो इस प्रकार हैं – 

motherboard kya hai hindi

1. AT (Advance Technology) Motherboard – यह 1980 के दशक में IBM द्वारा तैयार किया गया पहला मदरबोर्ड था। जिसका लंबाई 351mm और चौड़ाई 305mm थीं। इस समय के कंप्यूटर आज की तुलना में काफी बड़े हुआ करते थे जिस कारण इस प्रकार के मदरबोर्ड का उपयोग उन्हीं बड़े आकार के कम्प्यूटरों में  किया जा सकता था। 

इस प्रकार के मदरबोर्ड को सिस्टम से जोड़ना एक कठिन कार्य था। जिसके लिए किसी विशेषज्ञ की ही आवश्यकता पड़ती थी। इस प्रकार के मदरबोर्ड का उपयोग वर्तमान समय मे नहीं किया जाता हैं। 

2. ATX Motherboard – यह 1990 के दशक में Intel द्वारा तैयार किया गया मदरबोर्ड था। जिसका आकार (305×204mm) AT Motherboard की तुलना में कम था। यह कार्यक्षमता में भी उससे बहुत अधिक सक्षम था। इस प्रकार के मदरबोर्ड में कीबोर्ड के साथ-साथ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को भी साथ मे जोड़ा जा सकता था। 

3. LPX Motherboard – LPX (Low-Profile EXtended) यह 1997 में Western Digital द्वारा लांच किया गया मदरबोर्ड था। जिसकी चौड़ाई 9 इंच और लंबाई 11 इंच थी। यह ATX की तुलना मे थोड़ा। छोटा था और इसमें जो मुख्य बदलाव किया गया था। यह था कि इनपुट और आउटपुट Port को पीछे हिस्से में लगाया गया था। 

4. BTX Motherboard – BTX (Balanced Technology EXtended) यह मदरबोर्ड 2004 में Intel द्वारा पेश किया गया था। जिसका निर्माण ATX के स्थान में किया गया था। इसकी मुख्य खासियत यह थी कि इसमें Processor और Graphic Card को उचित वायु प्रवाह प्रदान करने का प्रयास किया गया था। 

5. Pico BTX Motherboard – इस मदरबोर्ड की Dimension 325×267mm थी। इसका विकास वर्ष 2004 के अंत और 2005 के शुरुआत के दौर में किया गया था। इसके विकास के पीछे यह उद्देश्य था कि पुराने ATC मदरबोर्ड को नवीन परिस्थितियों के अनुसार बनाया जाए। इसकी विशेषताओं में डिजिटल उद्देश्यों की पूर्ति के साधनों को सम्मिलित किया गया था। 

6. Mini ITX Motherboard – यह आधुनिक तकनीकी से युक्त मदरबोर्ड हैं। यह आकर से सभी की तुलना में बहुत छोटा होता हैं। इसको 2001 मे VIA Technologies द्वारा विकसित किया गया था। इसके अंतर्गत 2 RAM Slot दिए जाते है। इनका उपयोग छोटे PC के संचालन के लिए किया जाता हैं। इसमें आप 2 रैम के साथ 1 ग्राफिक कार्ड लगाया जा सकता हैं। इसका आकार 6.7×6.7 इंच था। 

Motherboard के Parts और Functions या Components (Ports) 

● RAM Slot – RAM (Random Access Memory) कंप्यूटर की Primary Memory के अंतर्गत आने वाली एक अस्थायी मेमोरी हैं जो बिजली बंद होने पर डिलीट हो जाती हैं। यह मेमोरी तीव्र गति वाली मेमोरी होती हैं। जिसको मदरबोर्ड में लगाया जाता हैं। इस मेमोरी का मुख्य कार्य सॉफ्टवेयर या एप्पलीकेशन को RUN कराना होता हैं। 

● CPU Chip – सीपीयू (Central Processing Unit) को भी मदरबोर्ड में CPU Slot में लगाया जाता हैं। जिस स्लॉट का आकार Square में होता हैं जिसके चारों ओर सफेद रंग की परत लगी होती हैं। यह कंप्यूटर के संचालन में अति आवश्यक होता है जिस कारण इसे कंप्यूटर का मष्तिष्क भी कहा जाता हैं। 

● ALU – ALU का पूरा नाम हैं- Arithmetic Logical Unit यह कंप्यूटर के गणितीय कार्यों हेतु अत्यंत आवश्यक होती हैं। जिसकी सहायता से बड़े-बड़े अंकों को कुछ सेकंड मे ही सोल्फ़ कर दिया जाता हैं। 

● CU (Control Unit) – यह मदरबोर्ड में लगा एक डिजिटल सर्किट हैं जो कंप्यूटर की सभी क्रियाओं के मध्य संतुलन बनाने का कार्य करता हैं। यह Input Device और Output Device के Components और Memory को यूजर तक सूचना पहुचाने में सहायता करता हैं। जैसे – Keyboard, Mouse, USB Devices आदि। 

● PCI Chip या Slots – PCI (Peripheral Component Interconnected) यह एक Hardware Slot हैं जिसमें 124 पिन होती हैं।  जिसमें उपकरणों के अनुरूप Slot बने होते हैं जैसे- Graphic Card, Disk Controller, Sound Card, Red Card, VGA Card आदि लगा सकते हैं। इसका उपयोग External Card को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता हैं। 

● ROM Chip – रोम का पूरा नाम हैं – Read Only Memory यह कंप्यूटर की Primary Memory के अंदर आने वाली स्थायी मेमोरी हैं। जिसमें बिजली जाने के बाद भी डाटा डिलीट नहीं होता। इस प्रकार की मेमोरी का उपयोग डेटा को सिर्फ रीड करने के लिए किया जाता हैं। BIOS सूचनाओं को इस मेमोरी में ही स्थापित किया जाता हैं। 

● AGP Chip या Slot – AGP का पूरा नाम हैं- Accelerated Graphics Port इसका विकास Intel द्वारा 1996 में किया गया था। इसका अत्यधिक उपयोग Graphic Card को motherboard में लगाने के लिए किया जाता हैं। इस स्लॉट की पहचान आसानी से की जा सकती हैं क्योंकि इस स्लॉट का रंग बुरे कलर का होता हैं। 

● North Bridge – नार्थ ब्रिज को Memory Controller Hub के नाम से भी जाना जाता हैं।यह मदरबोर्ड का First Controller Programme होता हैं। जो CPU से आने वाले ट्रैफिक को को दिशा प्रदान करता हैं। कि कौन-सी सूचना कहाँ से प्राप्त करनी हैं। यह South Bridge को सीपीयू से जोड़ने का कार्य करता हैं। इस हिस्से में कंप्यूटर की Main Memory (RAM, ROM) होती हैं जिनकी यह सहायता करता हैं संचालन करने के लिए। 

● South Bridge – यह मदरबोर्ड में लगी एक IC Chip हैं इसके माध्यम से BIOS ROM,IT Connector,SATA Connector जैसे सभी इनपुट और आउटपुट पोर्ट जुड़े हुए होते हैं। इसका आकार नॉर्थ ब्रिज की तुलना में छोटा होता हैं। 

● CMOS Backup Battery – CMOS का पूरा नाम हैं- Complementary Metal Oxide Semiconductor इस मेमोरी का साइज 256 बाइट के लगभग होता हैं जिस कारण इसे कंप्यूटर की सबसे छोटी मेमोरी भी कहा जाता हैं। BIOS की Settings को इसके अंतर्गत स्टोर करके रखा जाता हैं। यह भी एक स्थायी मेमोरी की तरह अपना कार्य करता हैं। जो कंप्यूटर के बंद होने पर भी डेटा को स्टोर करके रखता हैं। 

● Power Supply Plug – यह मदरबोर्ड को बिजली देने का कार्य करता हैं। जो सीपीयू के पीछे के हिस्से में लगा होता हैं। यह 20+4 पिन कनेक्टर,4 या 8 पिन कनेक्टर और 6 या 8 पिन कनेक्टर के अनुसार आती हैं। इसके पिन का उपयोग आपकी मदरबोर्ड की संरचना और पिन लगाने के स्लॉट पर निर्भर करता हैं। 

● SATA और PATA Port या Connector – PATA एक 40 पिनों वाली रिबन केबल हैं जिसका उपयोग Hard Disk और Optical Drive जैसे बड़े स्टोरेज उपकरणो को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए किया जाता हैं। इसका विकास 1986 में Western Digital और Compaq द्वारा किया गया था। PATA की लंबाई 39 इंच होती हैं। 

SATA एक 7 पिन वाली केबल हैं जिसका विकास वर्ष 2000 में किया गया था। यह PATA की तुलना में छोटी और उससे अधिक गुणवत्ता वाली केबल हैं। इस केबल को लम्बाई 18 इंच हैं  

इसके साथ ही इसमें अन्य Ports या USB Slots उपस्थित होते हैं जिसमें USB Ports Device को लगाया जाता हैं। इसके साथ ही इसमें Sound Card, Graphic Card जैसे अनेकों कार्ड लगाने का भी स्थान उपलब्ध होता हैं। जिसकी सहायता से आप अपने कंप्यूटर की कार्य क्षमता में वृद्धि कर सकते हैं। 

मदरबोर्ड की विशेषता |Features of Motherboard

● मदरबोर्ड को कंप्यूटर सिस्टम के अनुसार Assemble किया जा सकता हैं या इसको Repair किया जा सकता हैं। 

● मदरबोर्ड की सहायता से कंप्यूटर की कार्य क्षमताओं में वृद्धि की जा सकती हैं। 

● मदरबोर्ड को Processor के अनुरूप Design किया जाता हैं। 

● यह इनपुट और आउटपुट डिवाइस को उचित कार्य करने में सहायता करता हैं। 

● इसमें कंप्यूटर के संचालन में समस्त उपकरणों के अनुसार Port Design किए जाते हैं। 

मदरबोर्ड के कार्य |Works of Motherboard

मदरबोर्ड कंप्यूटर के सम्पूर्ण कार्यो का प्रतिनिधित्व करता हैं। कंप्यूटर की समस्त विशेषताएं इसी में विद्यमान रहती हैं। यह कंप्यूटर की Input-Process- Output की प्रक्रिया को पूर्ण करने का कार्य करता है। यह कंप्यूटर की Primary और Secondary Memory को सिस्टम से जोड़ने का कार्य करता हैं। 

उदाहण के तौर में समझें तो मदरबोर्ड एक पेड़ की जड़ के समान हैं जिसमें अनेकों फल,पत्तियां लगी होती हैं। यहाँ पर जड़ मदरबोर्ड हैं और फूल,पत्ती कंप्यूटर के संचालन में आवश्यक उपकरण जैसे- RAM, ROM, CPU, Hard Disk, Processor आदि। 

यह कंप्यूटर के संचालन में आवश्यक समस्त उपकरणो के कार्यों को सुनिचित करने और उनमें संतुलन बनाने का कार्य करता हैं। कंप्यूटर के सभी इनपुट और आउटपुट डिवाइस इसी के साथ जुड़े होते हैं। 

उच्च गुणवत्ता वाले आधुनिक मदरबोर्ड |Good Quality & Best Motherboard List 

  • ASUS ROG Strix X570-E Gaming 
  • Gigabyte Z690 Aorus Pro DDR5
  • NZXT NU B550
  • ASUS TUF Gaming B550-PLUS
  • ASRock B660M Pro RS
  • ASUS ROG Strix Z590-I Gaming
  • Gigabyte X570-I AORUS Pro WiFi
  • Gigabyte TRX40 Aorus Master 
  • ASUS ROG Maximus Z690 Hero
  • MSI MPG Z690 Carbon WiFi

यह सभी मदरबोर्ड का निर्माण आधुनिक आवश्यकताओं को देखते हुए किया गया हैं इन सभी मदरबोर्ड में High Quality Processor और Graphic Card हैं। जिसका उपयोग उच्च गुणवत्ता वाली Application Software या Gaming Software के संचालन के लिए उत्तम हैं। 

आज आपने जाना |Conclusion

मदरबोर्ड क्या हैं? यह CPU के अंदर रहने वाला एक Printed Circuit Board (PCB) हैं। जिसमें अनेकों Integrated Circuit (IC) लगी होती हैं। कंप्यूटर के संचालन के सभी उपकरण मदरबोर्ड से जुड़े हुए होते हैं। जैसे – RAM, ROM, Processor, CPU, Hard Disk, Graphics Card, Sound Card आदि। 

तो दोस्तों आज आपने हमारी इस नवीन पोस्ट के माध्यम से जाना कि मदरबोर्ड क्या हैं और इसके प्रकार (What is Motherboard in Hindi) अगर हमारी इस पोस्ट के माध्यम से आपके ज्ञान में वृद्धि हुई हो तो इस पोस्ट को अन्य के साथ अवश्य शेयर करें और अपने अनुभवों को कमेंट के माध्यम से हम तक जरूर पहुँचाए। 

Previous articleप्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या हैं? |Programming Language in Hindi
Next articleCSS क्या हैं और इसके प्रकार उदाहरण सहित – हिंदी में
pankaj
Hello दोस्तों मेरा नाम Pankaj Pal हैं और मैं webtechnoo का लेखक और Co-Founder हुँ। मैंने MSc Computer Science से की हैं और मुझे Technology, Computers से जुड़े तथ्यों को सीखना और आप लोगों को सीखाना अच्छा लगता हैं। अगर आप भी नई-नई Technology के बारे में जानने में रुचि रखते हैं। तो हमारे Blog या Social Media के माध्यम से हमसे जरूर जुड़े रहें। (Jai Hind)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here