कॉम्पैक्ट डिस्क (CD) क्या हैं? |Compact Disc in Hindi

CD का पूरा नाम Compact Disc हैं जिसका आकार गोल होता हैं। इसका उपयोग प्रारंभिक समय से ही किया जा रहा हैं, सामान्यतः कंप्यूटर मेमोरी को 3 भागों में विभाजित किया जाता हैं- Primary Memory और Secondary Memory जहाँ प्राइमरी मेमोरी में RAM और ROM आते है तो वहीं सेकेंडरी मेमोरी में Hard Disk, Pen Drive, SSD, DVD और CD आते हैं। 

Compact Disc (CD) kya hai hindi

तो कॉम्पैक्ट डिस्क (CD) कंप्यूटर की सेकेंडरी मेमोरी के अंदर आने वाली मेमोरी हैं। कंप्यूटर मेमोरी के प्रारंभिक समय में अन्य सेकेंडरी मेमोरी डिवाइस की तुलना में कॉम्पैक्ट डिस्क का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाते रहा हैं। सामान्यतः कॉम्पैक्ट डिस्क का उपयोग सॉफ्टवेयर के डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। 

इसके साथ ही इसके अंदर के स्टोर डेटा को रीड करने के लिए CPU और CD या DVD Player का उपयोग किया जाता हैं। इसका उपयोग कंप्यूटर में Window को Install करने के लिए भी किया जाता हैं। तो चलिए सरल शब्दों में समझने का प्रयास करते हैं कि कॉम्पैक्ट डिस्क क्या हैं? What is CD in Hindi 

कॉम्पैक्ट डिस्क (CD) क्या हैं?

कॉम्पैक्ट डिस्क एक पोर्टेबल सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस हैं। जिसका उपयोग ऑडियो, वीडियो, सॉफ्टवेयर, फ़ोटो आदि प्रकार के डिजिटल डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। एक स्टैण्डर्ड कॉम्पैक्ट डिस्क का आकार या साइज 4.7 इंच या 120 mm होता हैं। जिसका भार 15 ग्राम से 20 ग्राम तक होता हैं। कॉम्पैक्ट डिस्क का आकार गोल होता हैं जिसकी मोटाई 1.2 mm होती हैं। 

एक कॉम्पैक्ट डिस्क की मेमोरी लिमिड 650 MB से 700 MB तक होती हैं। जिसका मतलब हैं कि आप इसमें 700 MB तक का डिजिटल डेटा स्टोर कर सकते हैं और CD प्लेयर या DVD प्लेयर की सहायता से उस डेटा को रीड कर सकते हैं। वर्तमान समय में कॉम्पैक्ट डिस्क का आधुनिकीकरण हो चुका हैं। वर्तमान समय में कॉम्पैक्ट डिस्क की तरह दिखने वाली Blu-ray डिस्क आयी हैं जिसको 2003 में डेवेलोप किया गया था। इसमें 25 GB तक का डेटा स्टोर किया जा सकता हैं। 

कॉम्पैक्ट डिस्क एक कम स्टोरेज वाली सेकेंडरी स्टोरेज होती हैं जिसका उपयोग सामान्यतः किसी एक प्रकार के डेटा को स्टोर करने के लिए अधिक मात्रा में किया जाता हैं। जैसे- मूवी, सांग वीडियो, ऑडियो और सॉफ्टवेयर। कॉम्पैक्ट डिस्क के आविष्कार की हम बात करें तो 1979 में इसका अविष्कार हुआ था। किंतु वास्तविक रूप में इसका उत्तम उपयोग 1982 से किया गया, क्योंकि इस समय तक लोगों की पहुँच कंप्यूटर तक अधिक मात्रा में हो गयी थी। 

कॉम्पैक्ट डिस्क डेटा को बाइनरी फॉरमेट (0,1) में स्टोर करता हैं। जिससे कंप्यूटर उसके अंदर स्टोर डेटा को आसानी से रीड कर सकें। कॉम्पैक्ट डिस्क के डेटा को रीड करने या देखने के लिए सामान्यतः CD या DVD Player का उपयोग किया जाता हैं। Auto Play के रूप में भी कॉम्पैक्ट डिस्क की अपनी अहम भूमिका रही हैं। 

सीडी के प्रकार – Types of CD in Hindi 

1. CD-Read Only Memory – इस मेमोरी का अधिक प्रचलन 1985 से हुआ। इस मेमोरी का उपयोग ऑप्टिकल डेटा स्टोरेज को रिकॉर्ड करने के लिए किया जाता था। इस प्रकार के डेटा को रीड करने के लिए कंप्यूटर में विशेष पोर्ट की व्यवस्था की जाती थी। 

2. CD-Interactive – इस प्रकार की सीडी को 1993 में डेवेलोप किया गया। इस प्रकार की सीडी में डेटा को रीड करने के लिए सीडी प्लेयर का उपयोग किया जाता था। जिसके बाद उसमें कुछ संशोधन कर इसे सीडी रोम ड्राइव में रीड करने के लिए भी डिजाइन कर लिया गया। 

3. CD-ReWritable – इस सीडी को CD-RW के नाम से भी जाना जाता हैं। इस सीडी की मुख्य विशेषता यह थी कि इसमें डेटा को दुबारा से स्टोर किया जा सकता था। इस प्रकार की सीडी में निर्माण में मिश्र धातु का उपयोग किया जाता था। जिस कारण यह सामान्य दिखने वाली कॉम्पैक्ट डिस्क से अलग दिखाई देती थी। 

4. CD-Recordable – इस सीडी को CD-R के नाम से जाना जाता है। इस सीडी में डेटा को एक बार रिकॉर्ड किया जा सकता हैं और उस डेटा को एक से अधिक बार रीड किया जा सकता हैं। इस सीडी के डेटा को रीड करने के लिए भी सीडी प्लेयर का उपयोग किया जाता हैं। 

5. Photo CD – इस सीडी को Kodak द्वारा 1992 में डिजाइन किया गया। इस प्रकार की सीडी में 100 High-quality फ़ोटो को स्टोर करके रखा जा सकता था। 

6. Video CD – VCD को 1993 में डिजाइन किया गया था। इस प्रकार की सीडी को उच्च क्वालिटी की वीडियो को स्टोर करने के लिए डिजाइन किया गया था। इस प्रकार की सीडी का रेजोल्यूशन आधुनिक DVD की तुलना में कम हुआ करता था। 

Compact Disc का भविष्य और उपयोग 

कॉम्पैक्ट डिस्क का उपयोग वर्तमान समय मे सबसे ज्यादा सॉफ्टवेयर को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। डेटा को ट्रांसफर करने के लिए भी इस सेकेंडरी स्टोरेज का उपयोग अधिक मात्रा में किया जाता हैं। कॉम्पैक्ट डिस्क के भविष्य की हम बात करें तो यह कहना सही नहीं होगा कि यह एक उत्तम सेकेंडरी स्टोरेज या सबसे अधिक उपयोग होने वाला सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस हैं। 

वर्तमान समय मे लोग सीडी से अधिक DVD और Blu-ray का उपयोग करते हैं क्योंकि सीडी की तुलना में यह अधिक डेटा स्टोर कर सकती हैं। जहाँ सीडी 700 MB तक का ही डेटा स्टोर कर सकती हैं तो भी अन्य डिवाइस GB तक डेटा को स्टोर करके रख सकते हैं। 

वर्तमान समय के सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस इतने विकसित और अधिक भंडारण क्षमता वाले हो चुके हैं कि यूजर को सीडी की आवश्यकता ही नहीं होती। यूजर Pen Drive, Hard Disk आदि का उपयोग इतनी आसानी और सहजता के साथ करने लगे हैं कि सीडी की आवश्यकता अब महसूस ही नहीं होती। सामान्य शब्दों में कहें तो वो दिन दूर नहीं जब मार्किट में सीडी बिकना ही बंद हो जाएंगी। 

सीडी की विशेषता – Features of CD 

सीडी की मुख्य विशेषताओं को देख कर आप आसानी से सीडी को समझ सकते हैं। जिन्हें निन्न बिंदुओं में परिभाषित किया गया हैं- 

● एक सीडी की भंडारण क्षमता 650 MB से 700 MB तक होती हैं। 

CD का पूरा नाम Compact Disc हैं। 

● सीडी में डेटा को स्टोर और रीड करने के लिए लेजर तकनीक का उपयोग किया जाता हैं। 

● सीडी डिजिटल डेटा को बाइनरी फॉर्म में स्टोर करती हैं जिससे कंप्यूटर या सीडी प्लेयर उसके अंदर मौजूद डेटा को आसानी से रीड कर सकें। 

● एक कॉम्पैक्ट डिस्क का उपयोग वीडियो, ऑडियो, सॉफ्टवेयर जैसे डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। 

DVD और Blu-ray के डेवेलोप होने के बाद सीडी का प्रचलन और इसका उपयोग कम हो गया हैं। 

● सीडी का आकार गोल होता हैं। 

● सीडी की प्लेट में खरोच होने पर सीडी के अंदर मौजूद डेटा नष्ट हो जाता हैं। 

● सीडी को एक असुरक्षित और लंबे समय तक डेटा स्टोरेज करने जैसे डिवाइस के रूप में नही देखा जा सकता। 

सीडी के फायदे – Advantages of CD in Hindi 

सीडी के फायदे को हम निन्न बिंदुओं के माध्यम से समझ सकते हैं- 

● सीडी एक बुटेबल स्टोरेज डिवाइस हैं जिसका उपयोग कंप्यूटर में विंडो को इंस्टाल करने के लिए किया जा सकता हैं। 

● सीडी एक सस्ती स्टोरेज डिवाइस हैं। 

● इस Storage Device में डेटा को आसानी से स्टोर किया जा सकता हैं और उसे रीड भी किया जा सकता हैं। 

● एक सीडी के अंदर 700 MB तक का डिजिटल डेटा स्टोर किया जा सकता हैं। 

सीडी के नुकसान – Disadvantages of CD in Hindi 

● सीडी जैसे स्टोरेज डिवाइस में डेटा को लंबे समय तक स्टोर करना या सुरक्षित रख पाना मुश्किल कार्य होता हैं। 

● सीडी को असुरक्षित स्टोरेज डिवाइस के रूप में देखा जाता हैं। 

● इस डिवाइस की Storage Capacity बहुत कम होती हैं जिस कारण इसमें अधिक डेटा स्टोर नही किया जा सकता। 

● सीडी में डेटा को एक ही बार स्टोर किया जा सकता हैं। 

संक्षेप में – Conclusion 

कॉम्पैक्ट डिस्क कंप्यूटर की सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस हैं। जिसमे 700 MB तक के डिजिटल डेटा को स्टोर किया जा सकता हैं। इसका आकार गोल और इसका वजन 15 से 20 ग्राम के बीच होता हैं। एक कॉम्पैक्ट डिस्क का उपयोग वीडियो, ऑडियो, सॉफ्टवेयर जैसे डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता हैं। 

इसके बाद भी इसको एक असुरक्षित स्टोरेज डिवाइस के रूप में देखा जाता हैं क्योंकि इसकी प्लेट में स्क्रैच पड़ने पर इसके अंदर स्टोर देता को नुकसान पहुँच सकता हैं। तो दोस्तों आज आपने हमारे इस आर्टिकल की सहायता से जाना कि कॉम्पैक्ट डिस्क (CD) क्या हैं? (Compact Disc in Hindi) हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो। इस पोस्ट को अधिक से अधिक दोस्तों के साथ शेयर करें। जिससे वह भी इस स्टोरेज डिवाइस के बारे में जान सकें और इसका लाभ उठा सकें। 

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pankaj
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