क्लाउड कंप्यूटिंग क्या हैं? |What is Cloud Computing in Hindi 

क्लाउड कंप्यूटिंग Cloud Computing इंटरनेट आधारित कंप्यूटिंग हैं जो इंटरनेट यूजर को डेटा देखने, स्टोर करने, संशोधित करने और अन्य व्यक्तियों से उस डेटा को शेयर करने की अनुमति देता हैं। अगर आप किसी भी रूप में इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, तो आप क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग कर रहे हैं।

उदाहरण के तौर पर हम इसे समझें तो यदि आप अपने कंप्यूटर में किसी फ़ाइल, फोल्डर, ऑडियो, वीडियो या किसी भी प्रकार के डेटा को क्रिएट करते हैं तो वह आपकी कंप्यूटर मेमोरी में सेव हो जाती हैं। यदि आप उस फ़ाइल को अन्य कंप्यूटर में देखना चाहें तो आप Pen Drive या Hard Disk (HDD) की सहायता से उस फ़ाइल की कॉपी करके एक स्थान से दूसरे स्थान ले  जा सकते हैं। 

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जिससे आप दूसरे कंप्यूटर में पेन ड्राइव या हार्ड डिस्क Port करके उस डेटा का उपयोग कर सकते हैं। किंतु यदि आप उस फ़ाइल या डेटा को ऑनलाइन स्टोर कर दें। तो आपको यह सब करने की जरूरत नहीं पड़ती। आप किसी भी स्थान, कंप्यूटर या डिवाइस में उस फ़ाइल को देख सकते हैं। यह सब क्लाउड कंप्यूटिंग के कारण ही संभव हो पाया हैं। तो दोस्तों चलिए आज हम विस्तृत रूप से जानते हैं कि क्लाउड कंप्यूटिंग क्या हैं और इसके प्रकार। What is Cloud Computing in Hindi

क्लाउड कंप्यूटिंग क्या हैं? |What is Cloud Computing in Hindi 

क्लाउड कंप्यूटिंग Internet-based Computing हैं। जिसका उपयोग कर आप अपने डेटा को ऑनलाइन स्टोर कर सकते हैं एवं आवश्यकता पड़ने पर उसको किसी भी डिवाइस में एक्सेस कर सकते हैं। उदाहरण- Gmail, Email, Google Drive आदि। गूगल आपको फ्री एप्लीकेशन (gmail, google drive) के उपयोग से Cloud Computing जैसी सुविधा प्रदान करता हैं। 

जिसका उपयोग आप ऑनलाइन डेटा स्टोर करने या ऑनलाइन डेटा शेयर करने जैसे कार्यों के लिए कर सकते हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग में Cloud का मतलब Internet हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग की सामान्य परिभाषा: आपके कंप्यूटर पर Storage, Retrieval और Access के लिए आपके द्वारा किए जाने कार्यों के लिए इंटरनेट का उपयोग हैं। क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाएं एक Network (Internet) के माध्यम से वितरित की जाती हैं। 

एक और उदाहरण के तौर पर इसे समझें तो Web Browser के माध्यम से वेबसाइट द्वारा प्राप्त होने वाली सूचनाएं जिन्हें आप Google के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग कर जानकारी प्राप्त करने के लिए करते हैं। वे सभी सूचनाएं या डेटा भी एक Server या Network में इंटरनेट की सहायता से स्टोर होता हैं। जिस कारण आप विश्व के किसी भी कोने के या किसी भी डिवाइस के द्वारा इंटरनेट का उपयोग कर देख सकते हैं। यह सब Cloud Computing के ही उदाहरण हैं। 

Cloud Computing के Features 

1. क्लाउड कंप्यूटिंग की मुख्य विशेषता इसकी कार्य प्रणाली हैं। इसकी सहायता से आप किसी भी प्रकार के डेटा को सीमित मेमोरी में इंटरनेट या सर्वर में स्टोर कर सकते हैं। 

2. इसके अंतर्गत डेटा को इंटरनेट की सहायता से एक नेटवर्क (Server) में स्टोर करके रखा जाता हैं। 

3. इसके अंदर मौजूद डेटा का एक्सेस प्राप्त करने के लिए आपको विशेष Protocol से गुजरना होता हैं। 

4. क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाएं आप Free और Paid दोनों रूपों में प्राप्त कर सकते हैं। 

5. क्लाउड कंप्यूटिंग की सुविधाएं या सेवाएं प्राप्त करने के लिए आपको Hardware और Software की आवश्यकता पड़ती हैं। 

6. इन सेवाओं में स्टोर किए डेटा को आप कही भी, किसी भी डिवाइस का उपयोग कर प्राप्त कर सकते हैं। 

7. क्लाउड कंप्यूटिंग का उपयोग आप अनेकों रूपों में कर सकते हैं। Example: Google Drive, iCloud, Microsoft Azure, One Drive, Gmail, Facebook, Youtube/Google (E-learning), Hubspot आदि। 

क्लाउड कंप्यूटिंग के प्रकार |Types of Cloud Computing in Hindi 

क्लाउड कंप्यूटिंग को Cloud Services और Deploy Application के आधार पर विभाजित किया जाता हैं। तो चलिए सबसे पहले Cloud Services के प्रकारों को जानते हैं- 

Software as a Service (SaaS)

इस प्रकार की सर्विस में यूजर की मांग एवं यूजर की आवश्यकतानुसार सुविधा प्रदान की जाती हैं। इस प्रकार की एप्लीकेशन के लिए आपको Install या Setup करने की कोई आवश्यकता नहीं होती। यह सब सुविधा आपको Service Provider द्वारा दी जाती हैं। इसके लिए बस आपको कुछ भुगतान और उसका उपयोग करना होता हैं। 

Example: ऑनलाइन ईमेल सेवा का उपयोग, सॉफ्टवेयर का उपयोग कर बल्क ईमेल भेजना, वेब कॉन्फ्रेंसिंग आदि। वर्तमान समय में SaaS सुविधाएं अनेकों कंपनियों द्वारा प्रदान की जाती हैं। जैसे- Google, Sales force, Microsoft, Zoho आदि। Software as a Service (SaaS) के मुख्य उदाहरण- Google Apps, Microsoft Office 365, Zoho One, Zoho CRM, Salesforce Customer 360 आदि।

Platform as a Service (PaaS)

इस प्रकार की सेवा के रूप में एक विकास वातावरण की प्रस्तुति की जाती हैं। जिस पर सेवा के अन्य उच्च स्तर बनाएं जा सकते हैं। PaaS कंप्यूटिंग प्लेटफार्म प्रदान करता हैं। जिसमें सामान्यतः Operating System (OS), Programming Language Execution, Database, Web Server आदि होते हैं। 

उदाहरण के लिए PaaS आपको एक पूर्व-कॉन्फ़िगर सर्वर और डेटाबेस पर काम करने के लिए एक फ्रंट-एंड उपलब्ध करा सकता हैं। यूजर प्रदाता प्लेटफार्म पर अपनी स्वयं की एप्लीकेशन को चला सकता हैं। PaaS के मुख्य उदाहरण – AWS Elastic Beanstalk, Windows Azure, Google App Engine आदि। 

Infrastructure as a Service (IaaS)

IaaS नेटवर्क पर मानकीकृत सेवाओं के रुप में बुनियादी भंडारण और कंप्यूटिंग क्षमताये प्रदान करता हैं। IaaS कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, सर्वर, Firewall, IP Address जैसी सुविधाएं प्रदान करता हैं। यूजर सामान्यतः इन बुनियादी ढांचे पर अपना सॉफ्टवेयर भी लागू कर सकता हैं। IaaS के मुख्य उदाहरण- Amazon EC2, Rackspace, Windows Azure, Google Compute Engine आदि। 

Deploy Application के आधार पर प्रकार

Private Clouds

प्राइवेट क्लाउड में कंप्यूटिंग के सभी Resources मौजूद होते हैं। जिनका उपयोग विशेष रूप से व्यवसाय या संगठन पर निर्भर करता हैं। निजी क्लाउड में सेवाओं और बुनियादी ढांचे को हमेशा Private Network पर बनाएं रखा जाता हैं और इससे जुड़े हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर पूर्णतः निजी स्वामित्व के नियंत्रण या अधिकार में रहते हैं। 

जिससे उस नेटवर्क में स्टोर सूचना या डेटा का उपयोग उस नेटवर्क से जुड़े लोगों द्वारा ही किया जा सकें। इस प्रकार के क्लाउड का उपयोग सामान्यतः सरकारी विभागों या खुफिया एजेंसियों द्वारा ही किया जाता हैं। इस प्रकार के नेटवर्क की स्थापना हेतु अधिक धन खर्च करना पड़ता हैं। 

Public Clouds

पब्लिक क्लाउड एक सामान्य प्रकार की Cloud सेवा हैं। जो कई यूज़र्स को एक साथ उपलब्ध कराई जाती हैं। Cloud Servers या Storage का मालिक या मैनेजमेंट Third-party द्वारा किया जाता है और इंटरनेट पर डेटा वितरित किया जाता हैं। Public Cloud मे स्टोरेज, हार्डवेयर और नेटवर्क डिवाइस का उपयोग अनेक लोगों, संगठनों या संस्थाओं द्वारा किया जाता हैं। 

Public Cloud Deployment का अधिक उपयोग web email, online application, storage आदि द्वारा किया जाता हैं। Public Cloud के मुख्य उदाहरण- Google Drive, Amazon Cloud Drive, iCloud आदि हैं। 

Hybrid Clouds

इस प्रकार के क्लाउड में Private Cloud और Public Cloud दोनों की सुविधाएं होती हैं। जिसका उपयोग आप दोनों रूपों मे कर सकते हैं। जिसमें आप अपने प्राइमरी डेटा को प्राइवेट क्लाउड और सेकेंडरी डेटा को पब्लिक क्लाउड में रख सकते हैं। 

Cloud Computing का उपयोग

● Storage – क्लाउड कंप्यूटिंग आपको Online Storage सुविधा प्रदान करती हैं। जिसका उपयोग आप ऐसी फ़ाइल या डेटा को स्टोर करने के लिए कर सकते हैं। जो आपके लिए अति महत्वपूर्ण हो या जिन्हें आप किसी भी कीमत में खोना नहीं चाहते। 

● Data Backup – जैसा कि हमने आपको बताया कि यह आपको Online Storage सुविधा प्रदान करती हैं। जिसका मतलब है यदि आपका डिवाइस खो जाता हैं, खराब हो जाता हैं या टूट जाता है तब भी आप आसानी से किसी दूसरे डिवाइस में उस डेटा को Restore कर सकते हैं या उस डेटा का एक्सेस प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि आपका वह डेटा एक नेटवर्क में ऑनलाइन स्टोर हुआ होता हैं। 

● Web Hosting – यदि आप web designing की सामान्य जानकारी रखते हैं तो आप इस नाम को जरूर जानते होंगे। वेब होस्टिंग एक ऐसा सर्वर होता हैं जहां गूगल पर दिखने वाली सभी वेबसाइट का डेटा स्टोर होता हैं। कई सारी कम्पनीज होस्टिंग प्रोवाइड करती हैं। जो यूजर की वेबसाइट को 24×7 इंटरनेट से जोड़े रखती हैं। जिससे वेबसाइट उपयोगकर्ता वेबसाइट के कंटेंट को कभी भी एक्सेस कर सकें। 

क्लाउड कंप्यूटिंग के फायदे और नुकसान |Advantages and Disadvantages of Cloud Computing in Hindi 

फायदे

1. जब आप Cloud में किसी प्रकार के डेटा को स्टोर कर लेते हैं। उसके बाद आप उसे आसानी से कभी भी Restore कर सकते हैं या Back-up के रूप में उस डेटा का उपयोग कर सकते हैं। 

2. अनेकों Cloud Applications आपको डेटा शेयर करने जैसी सुविधा भी प्रदान करती हैं। जिस करण इस प्रकार की ऍप्लिकेशन्स पर भरोसा किया जा सकता हैं। 

3. यह हमें इंटरनेट की सहायता से हमारे ऑनलाइन डेटा तक जल्दी और आसानी से एक्सेस करने की अनुमति देता हैं। 

4. क्लाउड स्टोरेज हमें हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के खर्चे से बचाता हैं। इसके साथ ही google drive और gmail जैसी एप्लीकेशन यह सेवा मुफ्त में प्रोवाइड करती हैं। 

5. Cloud Computing हमें मोबाइल से भी इसका लाभ प्राप्त करने जैसी सुविधा प्रदान करती हैं। 

नुकसान

1. यदि आप क्लाउड कंप्यूटिंग में डेटा स्टोर करने या डेटा को रिस्टोर करना चाहते हैं तो आपको इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता अनिवार्य होती हैं। 

2. क्लाउड आपको सीमित मात्रा में ही डेटा स्टोर करने की सुविधा देता हैं। 

3. हालांकि क्लाउड आपको डेटा सुरक्षा प्रदान करता हैं, लेकिन यदि कोई हैकर आपके cloud server का एक्सेस प्राप्त कर लेता हैं तो वह आपके डेटा को नुकसान पहुँचा सकता हैं। 

4. क्लाउड में Data Management करना या डेटा को Systematic स्टोर करना एक मुश्किल काम होता हैं। 

संक्षेप में – Conclusion 

क्लाउड कंप्यूटिंग एक Internet Based Storage प्रणाली हैं। जिसका उपयोग आप Online Data Storage के रूप में कर सकते हैं। जैसे- गूगल ड्राइव, ईमेल आदि। क्लाउड की मुख्य विशेषता डेटा सुरक्षा हैं, अर्थात यदि आपका डिवाइस खो जाता हैं या टूट जाता हैं। तब भी आप अपने डेटा तक आसानी से कहीं भी और कभी भी पहुँच सकते हैं, क्योंकि यह आपका डेटा Network या Server में स्टोर करता हैं। 

जिसे आप इंटरनेट का उपयोग कर प्राप्त कर सकते हैं। तो दोस्तों आज आपने हमारे इस आर्टिकल की सहायता से जाना कि क्लाउड कंप्यूटिंग क्या हैं? (What is Cloud Computing in Hindi) हम आशा करते हैं कि हमारे इन सरल शब्दों के माध्यम से आपको आपके सभी प्रश्नों के उत्तर प्राप्त हो गए होंगे। इस पोस्ट से संबंधित अपने विचारों को शेयर करने के लिए कमेंट का उपयोग करें। 

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pankaj
Hello दोस्तों मेरा नाम Pankaj Pal हैं और मैं webtechnoo का लेखक और Co-Founder हुँ। मैंने MSc Computer Science से की हैं और मुझे Technology, Computers से जुड़े तथ्यों को सीखना और आप लोगों को सीखाना अच्छा लगता हैं। अगर आप भी नई-नई Technology के बारे में जानने में रुचि रखते हैं। तो हमारे Blog या Social Media के माध्यम से हमसे जरूर जुड़े रहें। (Jai Hind)

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